तुम्हारी याद आए तो मैखाने की तरफ़ चल दिए, ना आए तो भी मैखाने की तरफ़ चल दिए, ज़िंदगी गुज़र जायेगी इसी तरह, ये सोच कर के कहीं तो चलें, तो मैखाने की तरफ़ चल दिए।
कुछ ऐसी बातें जो दिल को छू जाएं , कुछ ऐसी बातें जो दिल से निकले, कुछ ऐसी ही बातें इस ब्लॉग में ग़ज़ल , नज्म और कविता के ज़रिये पेश करने की कोशिश की है। उम्मीद है पढने वालों को पसंद आएंगी।
September 3, 2023
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सब्र का इम्तिहान चल रहा है कुछ इस तरह, के अब बेसब्र हो चले हैं। पूरे हो रहें हैं अरमान कुछ इस तरह के अरमान कम हो चले हैं। जी भर सा गया है इस...
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जिंदगी मुझ से इन दिनों ज़रा खफा सी है। किसी बेसाख , बेदर्द , बेवफा सी है। भरे सावन को पतझड़ बना दिया इसने, आज जाने ये कैसी चली हवा सी है। सु...
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उसको पता है उसके जाने का गम होगा , नहीं पता है ये के कैसे कम होगा। उसकी नज़रों में वो दर्द देखा था उस दिन, जिसका असर जाने कब कम होगा।
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