अगर किसी रोज़ तेरे आने की ख़बर आ जाए,
जिस्म बेजान भी हो तो वापिस ये जाँ आ जाए।
तेरे दीवाने ने तेरे दर से मोहब्बत कर ली,
जाए किसी जानिब भी मगर लौट के फिर आ जाए।
जितने पैगाम तुझे भेजे हैं तेरे आशिक ने,
उतनी मेहनत से खुदा ढूंदो, तो वो मिल जाए।
कितनी शिद्दत से तुझे याद किया जाता है,
कोई समझे तो ये पैगाम तुझे दे आए।
अब तो हर वक्त ऐ "मन"इसी दुआ में कटता है।
तू अगर आए तो एक बार नज़र आ जाए।